क्रिया योग के मार्ग पे कुल 4 चरण है –
पहला चरण – क्रिया योग से परिचय
इस पाठ्यक्रम में आप सीखेंगे:
- योगानंद जी द्वारा दी गई “हाँग-सॉ” एकाग्रता की तकनीक
- योगानंद जी द्वारा दी गई प्राण-शक्ति संचारक व्यायाम, एक अनौखी व्यायाम की प्रणाली, जिससे अपनी प्राण-शक्ति को नियंत्रण में लाएँ और बढ़ाएँ एवं थकान पर विजय प्राप्त करें
- हर दिन नियमित रूप से ध्यान करने की आदत को स्थापित करना
दूसरा चरण – राजयोग की कला और विज्ञान
- यह पाठ्य्रक्रम स्वामी क्रियानन्द जी के पुस्तक “राजयोग की कला और विज्ञान” पर आधारित है
- इस पाठ्यक्रम में हम सीखेंगे की कैसे योग की प्राचीन शिक्षाओं को हम अपने आध्यात्मिक और दैनिक जीवन में ला सकते है
- हम पिछले चरण में सीखी गयी तकनीकें और उनके सिद्धान्तों को गहराई से सीखेंगे
- कैसे हम अपने जीवन को अधिक ऊर्जा के साथ और सही मनोदृष्टि के साथ जी सकते है
तीसरा चरण – शिष्यत्व
इस चरण में नीचे दिए गए विषयों पर गहराई से चर्चा की जाएगी –
- क्या आपको एक जीवित गुरु की ज़रुरत है?
- आध्यात्मिक विकास के लिए दिव्य कृपा।
- अपने गुरु के पथ पर कैसे चलें।
- परमहंस योगानंद जी के एवं आनन्द संघ के गुरुओं के वंशावली में शिष्यता।
चौथा चरण – क्रिया योग के लिए तैयारी
क्रिया योग की तकनीक में दीक्षा प्राप्त करने के लिए यह अंतिम चरण है। यह चरण आप तभी ले सकतें हैं, जब आपने पिछले तीन चरणों को पूर्ण कर लिया हो।
क्रिया योग गृह अध्ययन पाठ्यक्रम लेने के लिए और निजी सलाह के लिए हमें संपर्क करें।
कुल मिलके क्रिया योग की तैयारी के लिए आपको 7-9 महीने तक का वक़्त लग सकता है। आप यह सारे चरण हमारे क्रिया योग ध्यान गृह अध्ययन पाठ्यक्रम द्वारा ले सकते है ।