ज्ञान द्वारा निर्देशित कार्य की तुलना में फल की इच्छा से किए गए कार्य बहुत निम्न कोटि के होते हैं। इसलिए, हे धनंजय, हर चीज़ में ज्ञान द्वारा निर्देशित होने की कोशिश करो। कार्यों को उनके फलों के लिए करने से सदा कष्ट प्राप्त होता है।
~ भगवद् गीता (2:49)