आनन्द संघ क्या है ?
आनन्द संघ, अनुभव द्वारा उत्पन्, इस विश्वास के लिए समर्पित है कि आप आनन्दमय जीवन जी सकतें हैं। हम वह तकनीक सिखातें हैं जो आपके स्वयं के बोध को प्रभावशाली तरह से विस्तारण करेंगी, जैसे, ध्यान, क्रिया योग, आध्यात्मिक हठ योग एवं दिव्य मित्रता।
हमारी प्रेरणा
पश्चिमी देशों में परमहंस योगानंद जी को योग और ध्यान के पिता माना जाता है। उनकी आत्मकथा ने एक आध्यात्मिक क्रांति को पूरे विश्व भर में जाग्रित और उत्साहित किया। तीन सौ से अधिक (प्रभावशाली आध्यात्मिक आदर्शों) ने जिनसे मैंने उनके आध्यात्मिक प्रभावक के बारे में पूछा, उनमें से अधिक प्रतिशत ने एक किताब का नाम लिया, और अधिकतर वर्णित किताब योगानंद जी की यह अनुपम संस्मरण थी।फिल गोल्डबर्ग, अमेरिकन वेद
ध्यान और क्रिया योग
ध्यान करना सीखिए
ध्यान स्वयं के विकास की तकनीक है जिसका विश्व भर में हज़ारों सालों से अभ्यास किया गया है, और वह दोहराने योग्य परिणाम देती हैं। आपके जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है जिसको ध्यान के माध्यम से बेहतर नहीं बनाया जा सकता, चाहे वह व्यापार हो, रिश्ते, या स्वास्थ्य। लेकिन ध्यान का उच्तम उद्देश्य अपने परमात्मा को जानना है।
क्रिया योग
क्रिया योग शक्ति और श्वास -नियमित करने वाली, मतलब प्राणायाम की, प्राचीन तकनीक है। यह एक व्यापक आध्यात्मिक पथ भी है, जिसमे शामिल हैं ध्यान का अभ्यास और जीवन के लिए निर्देशन।
क्रिया योग की तकनीक दीक्षा द्वारा हमारे एक क्रिया योग के आचार्य के माद्यम से दी जाती है। दीक्षा लेने के लिए तैयारी निश्चित है, जिसमे शामिल हैं और दूसरीं ध्यान की तकनीकों का अभ्यास और परमहंस योगानंद जी की शिक्षाओं का अध्ययन।
और जानिए।
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चलो दोस्तों हम साथ में जुड़ें इस सामाजिक बदलाव के लिए, और हमारे ध्यान के अभ्यास से विश्वव्यापी एकता की भावना की रचना करें जोकि स्थायी शान्ति प्रदान करेगी। - नयास्वामी देवी नयास्वामी देवी
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आनन्द के अनेक केंद्र और ध्यान मंडलियाँ 45 से अधिक देशों में हैं जोकि साथ में बैठकर ध्यान करने के मौके और ध्यान के बारे शिक्षा देतें हैं।
आनन्द संघ भारत के केंद्र और ध्यान मंडलियाँ ।